उज्जैन। चाय बेचने वाले युवक राहुल मालवीय के बैंक खाते में करोड़ों रुपये के ट्रांजेक्शन के मामले का राजफाश शनिवार को माधवनगर पुलिस ने कर दिया। जिन कंपनियों द्वारा राहुल के बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर किए गए थे तथा निकाले गए थे उनके बैंक स्टेटमेंट से पता चला है कि रुपये साइबर ठगी के माध्यम से जमा करवाए गए थे। लोगों को इंटरनेट मीडिया वाट्सएप तथा फेसबुक के माध्यम से मोबाइल पर लिंक भेजी गई और उनके बैंक खातों से रुपये गायब कर दिए। उन रुपयों को फर्जी कंपनियों में जमा करावकर चेक के माध्यम से निकाल लिया गया।
टीआई मनीष लोधा ने बताया कि शिवशक्ति नगर निवासी राहुल मालवीय चाय की दुकान पर काम करता था, जहां सत्यप्रकाश निवासी रायगढ़ छत्तीसगढ़ ने उसे इंदौर के सौरभ उफ्र संदीप गुप्ता से मुलाकात करववाई थी। गुप्ता ने फेसबुक पर फनी वीडियो डालने के नाम पर 13 हजार रुपये प्रतिमाह देने का झांसा दिया था। इसके बाद उसके चार बैंकों में खाते खुलवाकर करोड़ों रुपये के ट्रांजेक्शन करवाए थे। राहुल ने 23 लाख रुपये में मकान खरीद लिया था। इस पर सौरभ ने अपने साथियों भोला और मांगीलाल के साथ मिलकर राहुल के साथ मारपीट कर उसका मकान अपने नाम करवा लिया था। मामला सामने आने पर पुलिस ने सौरभ, भोला और मांगीलाल के खिलाफ केस दर्ज किया था। भेाला और मांगीलाल को जेल भेजा जा चुका है। सौरभ के दुबई भागने की आश्ंाका है। उस पर पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
टीआई मनीष लोधा के अनुसार, जांच में सामने आया है कि साइबर फ्रॉड के जरिए रुपये कमाए गए थे। लोगों को इंटरनेट मीडिया फेसबुक व वाट्सएप पर लिंक भेजी गई थी। इस पर क्लिक करने व मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करने पर लोगों के बैंक खातों से 260 रुपये से लेकर 20 हजार रुपये तक गायब हो गए थे।